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कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि माइक्रोसॉफ्ट को भी बाज़ारू शक्तियों का सामना करना पड़ेगा. वह शक्तियां जो उसके सम्राज्य को चुनौती देने के लिए आज माइक्रोसॉफ्ट के सामने खड़ी हैं. लेकिन शायद माइक्रोसॉफ्ट भी जानता है कि बाज़ार के नियम-कानून इन बाज़ारू शक्तियों के हिसाब से ही बनाए गए हैं.
मौजूदा समय में माइक्रोसॉफ्ट को सबसे बड़ा खतरा गूगल से है और जिससे माइक्रोसॉफ्ट काफ़ी चिंतित भी है. लेकिन तकनीकी क्षेत्र में केवल आप अपने नाम के बल पर नंबर एक के स्थान पर नहीं रह सकते हैं. अगर आप अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज को उपभोक्ता की रूचि के अनुसार बनाएंगे या समय-समय पर नए प्रोडक्ट मार्केट में लाएंगे तभी आप मार्केट लीडर बन सकते हैं. और गूगल को पता है कि अगर सॉफ्टवेयर मार्केट में उसको माइक्रोसॉफ्ट को चुनौती देनी है तो उसे एक ऐसा प्रोडक्ट लांच करना होगा जो बाज़ार में उपलब्ध अन्य प्रोडक्ट से सस्ता हो. इसी धारणा को ध्यान में रखते हुए अब गूगल बाज़ार में ला रहा है इंटरनेट केंद्रित लैपटॉप्स जो बाज़ार में उपलब्ध अन्य पीसी से सस्ता होगा.
शुरुआत में इन लैपटॉप्स के उपभोक्ता संस्करण को गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम “गूगल ओएस” के साथ एसर और सैमसंग कंपनियां बेचेंगी. अनुमान है कि बाज़ार में इस तरह के लैपटॉप्स अगले साल के मध्य तक आ जाएंगे.
इन लैपटॉप्स की खास बात यह है कि इनका सॉफ्टवेयर वेब की क्षमता के अनुसार चलेगा. इसको चलाने के लिए किसी भी परंपरागत सॉफ्टवेयर कंपनियों जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर की ज़रूरत नहीं होगी.
हालांकि गूगल ने ऐसे किसी लैपटॉप को लांच करने की घोषणा पिछले साल ही कर दी थी परन्तु कुछ कारणों की वजह से इसमें विलंब हुआ. लेकिन अब गूगल ने इन कारणों को जान लिया है अतः अब ज़्यादा देर नहीं होगी.
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